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रत्न की जगह धारण कर सकते है पेड़ों की जड़ें भी
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, बृहस्पतिवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करनी चाहिए. इसके बाद भगवान के सामने अपने परिशानियों का मनन करते हुए उनके चरणों में अपनी तकलीफें रख उसे दूर करने करने की प्रार्थना करनी चाहिए.
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दक्षिण-पश्चिम में ऊंचे पेड़ : घर में समृद्धि के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा में ऊंचे पेड़ लगाए जाना चाहिए। ये वृक्ष अर्थ की स्थिरता पैदा करते हैं। किसी भी तरह के दुर्भाग्य को टालते हैं और परिवार पर आने वाले संकट को भी दूर करते हैं। ये पारिवारिक संपन्नता और व्यापार में लाभ के लिए उपयोगी वास्तु उपाय है।
यदि आप किसी भी देवी देवता की सच्चे मन से पूजा करते हैं तो निश्चित है कि देवी देवता आपकी हर मनोकामना पूर्ण कर देते हैं। यदि आप मंदिर में जाकर किसी भी देवी देवता फूल चढ़ाते हैं तुम यह ध्यान देना जरूरी है कि जब आप फूल चढ़ाने जा रहे हैं तो स्नान करके ताजे फूल ही चलाएं जिससे आपके जीवन में हर परेशानी दूर हो जाएगी और आपकी किस्मत चमकेगी।
घर में धन here लक्ष्मी सुख समृद्धि प्राप्त करने के लिए घर की साफ सफाई बहुत आवश्यक है परंतु ध्यान रहेगी प्रातः काल सूर्योदय से पहले यदि अपने घर की साफ सफाई करते हैं तो व्यक्ति को आर्थिक नुकसान नहीं होता है कभी भी सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू ना लगाएं यदि आप झाड़ू पोछा करना है तो सूर्यास्त से पहले करें इससे भी आज की किस्मत में बदलाव आएगा और घर में सब समृद्धि स्थापित होगी
रोज़ हनुमान जी का पूजन करे व हनुमान चालीसा का पाठ करें ! प्रत्येक शनिवार को शनि को तेल चढायें !
हाथों में भाग्य रेखा- हाथों में भाग्य रेखा होती है। राहु या केतु पर्वत से निकलकर शनि या गुरु पर्वत की ओर जाने वाली रेखा को भाग्य रेखा कहते हैं। भाग्य रेखा यदि सरल और स्पष्ट है तो व्यक्ति का भाग्य साथ देगा लेकिन यह रेखा यदि टूटी-फूटी और अस्पष्ट है तो कर्म पर ही निर्भर रहना होगा। यह भी मान्यता है कि यदि यह रेखा कलाई से निकलकर गुरु पर्वत में मिल जाए तो व्यक्ति बहुत ही ज्यादा भाग्यशाली होता है लेकिन शनि पर्वत में मिल जाए तो भाग्य की कोई ग्यारंटी नहीं। लेकिन यदि आपके हाथ में यह रेखा है ही नहीं तो फिर क्या करें?
उस पात्र को सिरहाने रख कर रात को सो जांय ! प्रातः उस जल को तुलसी के पौधे पर चढा दें ! धीरे-धीरे परेशानी दूर होगी !
पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति का भविष्यफल
फिर उस कपडे को रोगी के कान से बांध दें ! बुखार उतर जायगा !
शुक्ल पक्ष के गुरूवार से शुरू करके विष्णु और लक्ष्मी मां की मूर्ती या फोटो के आगे “ऊं लक्ष्मी नारायणाय नमः” मंत्र का रोज़ तीन माला जाप स्फटिक माला पर करें !
मकर संक्रांति पर धन लाभ के लिए राशि अनुसार दान करे ये चीज़ें
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